ये छोटी सी चिड़ियाँ रानी ,
दीवानी ,
तुम्हारे नाम की |
कभी तुम्हारे स्नेह से,
अभिभूत ,
नैनों से नीर बहाई ,
तो कभी तुम्हे साथ पाकर
घंटो इस डाली से उस डाली ,
फुदक -फुदक चहचहाई ,
कैसी अजब प्रीत तुहारी ,
ओ मेरे राम जी !
कभी फुदक के तुहारे ,
इस काँधे बैठी ,
तो कभी उस काँधे बैठी
मेरे राम जी,
समझाओ इस पगली ,
दीवानी को ,
तुम्हारी इस छोटी सी,
राम नाम की दीवानी को ,
इस छोटी सी,
चिड़ियाँ रानी को ,
दिन भर बस चहके
ले तुम्हारा नाम ,
बस ,
राम -राम-राम |
8 टिप्पणियां:
..........दिल को छू लेने वाली प्रस्तुती
बहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति ...
बहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...
बढ़िया प्रस्तुति!
आप सभी का बहुत - बहुत धन्यवाद |
यूँ ही मार्गदर्शन करते रहे |
bahut sundar rachnaa... छोटी सी चिड़िया के माध्यम से प्रेम की गहण अभिभूति को दर्शाती कविता सुन्दर लगी.
जिसके मुख पर राम नाम आ गया फिर तो वो ऐसे ही चहकेगा……।बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति।
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