एक जिन्दगी ,एक सच ,
एक एहसास खिलते मन का ,
एक खुशबु ,एक अधूरा ,स्वप्न
एक कठोर सत्य
एक यथार्थ सत्य से परे का एहसास
एक जिन्दगी जीने को मजबूर
एक खुला आकाश स्नेह का
एक अनसुलझी पहेली
एक कठपुतली
अनुभूति
निकला था तेरी तलाश में भटकता ही रहा हुआ जो सामना एक दिन आईने से , पता चला तू तो ,कूचा ए दिल में कब से बस रहा ................
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