एक झोंका हवा का और ,
और ,तुम्हारी आहटें .
एक पल और ,
और , तुम्हारी चाहतें .
तुम्हारी आहटें ,
और
जिन्दगी के गीत .
अब तो दोनों बन गए हैं
मन -मीत .
मेरी खनकती पायल ,
और
तुम्हारे गीत ,
यही तो है मेरा
जीवन -संगीत.
-- अनुभूति
निकला था तेरी तलाश में भटकता ही रहा हुआ जो सामना एक दिन आईने से , पता चला तू तो ,कूचा ए दिल में कब से बस रहा ................