tag:blogger.com,1999:blog-7869755947661159899.post7143958440107994975..comments2024-03-18T14:45:46.354+05:30Comments on रसात्मिका {RASAATMIKA}: अल्हड सरिताUnknownnoreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7869755947661159899.post-29157328213518283152011-02-22T22:49:23.650+05:302011-02-22T22:49:23.650+05:30सुन्दर भावाभिव्यक्ति.सुन्दर भावाभिव्यक्ति.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7869755947661159899.post-32182841508244436912011-02-20T23:24:45.832+05:302011-02-20T23:24:45.832+05:30रम्य अभिव्यक्तिरम्य अभिव्यक्तिAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7869755947661159899.post-47983397877871023242011-02-20T12:03:51.262+05:302011-02-20T12:03:51.262+05:30जी अदभुत
मुझे अपनी बाहों में थाम ले,
और ले चल इस ...जी अदभुत <br />मुझे अपनी बाहों में थाम ले,<br />और ले चल इस बनावटी दुनिया से दूर ,<br />ग्लेशियर और पठारों की उस खामोश दुनिया में <br />जँहा कम से कम किसी के अपना ,और किसी के पराया होने का गम तो नहो .<br />जँहा हो सिर्फ हवाओं की खुशबु और सरिताओ का जल <br />और रिम -जिम करती जिन्दगी |बाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.com