शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

आज त्याग सारा संसार में हुयी तेरी



मेरे कृष्णा !
देखि तेरी दुनिया
तुझसा साँचाकोई नहीं
इतना जानू
आज त्याग सारा संसार में हुयी तेरी
मेरे श्याम !
मेरा सिंगार भी तुम
और अखियन से गिरती अश्रु धार भी
तुम ही हो
मेरा जीवन तुझको अर्पण
मेरे श्याम !
श्री चरणों में अनुभूति

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तेरी तलाश

निकला था तेरी तलाश में भटकता ही रहा हुआ जो सामना एक दिन आईने से , पता चला तू तो ,कूचा ए दिल में कब से बस रहा ................