तुम्हारे वादे ,
एक आस जिन्दगी की ,और
तुम्हारे वादे ,
जिन्दगी का फलसफा यही है,
तुम्हारे वादे .
तुम्हारे स्वप्न सुकून देते हैं
और , तुम्हारा साथ वेदना .
एक डर ,
हाँ एक डर
मुझे हर पल सताता हैं ,
कि कही तुम, मुझसे बिछड़ ना जाओ |
तुम्हारे इन वादों पे यकीन करना,
तो जिन्दगी चाहती हैं .
पर हर आने वाले पल की आहट
फिर भी मुझे डराती हैं |
तुम्हारी साँसे मुझे
हर पल विश्वास दिलाती हैं,
फिर भी हमनशीं मेरे ,
ये दुनिया मुझे पल -पल डरती हैं|
क्या सत्य हैं ?
तुम्हारी सांसे या
तुम्हारे वादे ?
इसी ख़ुशी और गम
में जिन्दगी बिताती हूँ |
हाँ
फिर भी एक आस जिन्दगी की और तुम्हारे वादे !
-- अनुभूति
2 टिप्पणियां:
तुम्हारे स्वप्न सुकून देते हैं और
तुम्हारा साथ वेदना .
शायद इसीलिये स्वप्न हमें भाते हैं
बेहतरीन अभिव्यक्ति
bahut hi sunder abhivyakti..
bahut acchi lgi aapki rachnayen..
kabhi waqt mile to dekhiyeg..
http://tajinindia.blogspot.com
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