,जिन्दगी भी उन्ही के पास होती हैं |
कोन कहता हैं, टूटा हुआ आइना फिर से जुड़ नहीं सकता!
उसे जोड़ने की खुदाई तो बस प्यार करने वालो के पास होती हैं |
रूह मै उतर कर रूह को जान लेने की बात ही तो सच्ची खुदाई होती हैं ,
कोई समझे ना समझे ,वो समझ गया ये ही तो ये ही तो उसकी रहनुमाई होती हैं |
जिसने समझा चाहत को ,उसी ने जाना खुदा को ,
केसे बातये हम की किसी को चाहना ही सबसे बड़ी खुदाई हैं |
4 टिप्पणियां:
बेहद सुन्दर भाव्।
अनुभूति जी ने लिखा है तो ठीक ही लिखा होगा.
badhiya....
(चाहना ही सबसे बड़ी खुदाई हैं)----यह किसी को बताने कि आवश्यकता नही यह वह सत्य है जो प्रत्येक चाहत करने वाला जानता है । सच आपने दर्द को शब्दो मे उतारा है।
एक टिप्पणी भेजें