बुधवार, 30 जून 2010

खुदाई

जिनके पास चाहत  होती हैं 
,जिन्दगी भी उन्ही के पास होती हैं |
कोन कहता हैं, टूटा हुआ आइना फिर से जुड़ नहीं सकता!
उसे जोड़ने की खुदाई तो बस प्यार करने वालो के पास होती हैं |
       रूह मै उतर कर रूह को जान लेने की बात ही तो सच्ची  खुदाई होती हैं ,
                   कोई समझे ना समझे ,वो समझ गया ये ही तो ये ही तो उसकी रहनुमाई होती हैं |
      जिसने समझा चाहत को ,उसी ने जाना खुदा को ,
          केसे बातये हम की किसी को चाहना ही सबसे बड़ी खुदाई हैं |

4 टिप्‍पणियां:

vandana gupta ने कहा…

बेहद सुन्दर भाव्।

बेनामी ने कहा…

अनुभूति जी ने लिखा है तो ठीक ही लिखा होगा.

kunwarji's ने कहा…

badhiya....

R.K.Sharma ने कहा…

(चाहना ही सबसे बड़ी खुदाई हैं)----यह किसी को बताने कि आवश्यकता नही यह वह सत्य है जो प्रत्येक चाहत करने वाला जानता है । सच आपने दर्द को शब्दो मे उतारा है।

तेरी तलाश

निकला था तेरी तलाश में भटकता ही रहा हुआ जो सामना एक दिन आईने से , पता चला तू तो ,कूचा ए दिल में कब से बस रहा ................